जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी सीट से 14 मई को तीसरी बार नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के साथ इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कई दिग्गज नेता और कई मुख्यमंत्री मौजूद थे। हालांकि पीएम मोदी के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में कम ही लोग गए थे।
पीएम मोदी के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में जाने वाले लोगों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके चार प्रस्तावक थे। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें सामने आई है, जिसके बाद लोगों का ध्यान एक तस्वीर की ओर गया, जिसमें पीएम मोदी नॉमिनेशन सेंटर में बैठे हुए थे और उनके बगल में एक साधु बैठे हुए थे।
नामांकन के लिए क्यों चुना 14 मई का दिन?
11 बजकर 40 मिनट के शुभ मुहूर्त पर किया नॉमिनेशन
सोशल मीडिया पर लोग ये जानना चाहते हैं कि आखिर पीएम मोदी के साथ बैठे हुए ये साधु कौन हैं? जो नहीं जानते हैं, उनके लिए बता दें कि ये पीएम नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक हैं और इनका नाम पंडित गणेश्वर शास्त्री है। ये देश के सबसे बड़े ज्योतिषचार्य हैं। गणेश्वर शास्त्री द्रविड ने ही राम मंदिर के रामलला प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त निकाला था। इन्होंने रामलला भूमि पूजन के लिए भी शुभ मुहूर्त निकाला था। ज्योतिषचार्य के काम में इनको कोई मात नहीं दे सकता है। पंडित गणेश्वर शास्त्री ब्राह्मण हैं और वह दक्षिण भारत से काशी आए थे। उनका नाम देश के बड़े विद्वानों और शास्त्रीय साधना करने वाले लोगों में शामिल हैं। पंडित गणेश्वर शास्त्री की बनारस में एक ‘शास्त्रार्थ-शाला’ भी है, जिसकी शुरुआत उनके परदादा ने दक्षिण भारत से काशी आकर की थी। यहां विद्याथियों को वेद, वेदांग और वेदांत की शिक्षा दी जाती है। पंडित गणेश्वर शास्त्री ने वेदों के अध्ययन में अपना पूरा जीवन बिताया है। उन्होंने शादी नहीं की है और ना ही घर-गृहस्थी बसाया है। वह एक ऋर्षि तुल्य जीवन जीते हैं और सांसरिक मोहमाया से दूर रहते हैं। पंडित गणेश्वर शास्त्री जगद्गुरु रामानंदाचार्य पुरस्कार से भी सम्मानित हैं। वर्तमान में पंडित गणेश्वर शास्त्री काशी के रामघाट इलाके में गंगा किनारे रहते हैं। गणेश्वर शास्त्री के साथ उनके भाई पंडित विश्वेश्वर शास्त्री भी रहते हैं। पंडित विश्वेश्वर शास्त्री भी प्रकांड विद्वान हैं।