जनजीवन ब्यूरो / मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार को तगड़ा झटका लगा है। चुनाव से पहले अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के चार दिग्गज नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। सप्ताह के अंत तक ये चारों दिग्गज नेता शरद पवार के प्रतिनिधित्व वाली एनसीपी ज्वाइन कर सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अजित पवार का साथ छोड़ने वाले इन चार दिग्गज नेताओं में एनसीपी की पिंपरी-चिंचवड़ यूनिट के प्रमुख अजित गव्हाणे भी शामिल हैं। पिंपरी चिंचवड़ स्टूडेंट विंग के प्रमुख यश साने और पूर्व नगरसेवक राहुल भोसले और पंकज भालेकर। इन सभी का इस्तीफा पिंपरी-चिंचवड़ यूनिट के प्रमुख अजित गव्हाणे ने अपने इस्तीफे के साथ अजित पवार को भेजा है। माना जा रहा है कि अभी अजित पवार खेमे के कुछ नेता शरद पवार के खेमे में लौटने का मन बना चुके हैं। याद रहे एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने जून महीने में बयान दिया था कि लोग उनकी पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं। उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा लेकिन वो अपनी पार्टी में ऐसे लोगों को ही स्वीकार करेंगे जो पार्टी की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। बता दें अपने सगे चाचा शरद पवार की एनसीपी से बगावत कर भाजपा से हाथ मिलाने के बाद अजित पवार के प्रतिनिधित्व वाली एनसपी ने लोकसभा चुनाव लड़ा था जिसमें अजित गुट की एनसीपी महज एक रायगढ़ सीट पर जीत हासिल कर सकी वहीं चाचा शरद पवार की एनसीपी ने आठ सीटों पर जीत दर्ज करवाई थी।
गौरतलब है कि 2023 में चाचा शरद पवार द्वारा भतीजे अजित पवार के बजाय बेटी सुप्रिया सुले को तर्जी दिए जाने से नाराज होकर अजित पवार ने चाचा शरद पवार के खिलाफ विद्रोह कर दिया और अपने गुट के विधायकों को लेकर अलग हो कर अपना अलग एनसीपी गुट बना लिया। अजित पवार की बगावत के कारण चाचा और एनसीपी संस्थापक शरद पवार की एनसीपी दो हिस्सों में बंट गई। वहीं चाचा को झटका देते हुए अजीत पवार अपने गुट के विधायकों के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में शामिल हो गए और डिप्टी सीएम की कुर्सी संभाली लकिन आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार की एनसीपी में फूंट पड़नी शुरू हो चुकी है।