नई दिल्ली- ऐसा बहुत कम होता है कि किसी बड़े आयोजन का समापन बिना किसी विवाद के हो. पेरिस में इन दिनों ओलंपिक खेल जारी हैं. इनमें अभी तक हुए मुकाबलों में कई चौंका देने वाले परिणाम सामने आए हैं और कुछ रोचक विवाद भी देखने का मिले है. कनाडा की महिला फुटबॉल टीम के कोच और दो अधिकारियों को ओलंपिक से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. असल में कनाडा को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना मैच खेलना था और इससे पहले वह अभ्यास कर रही थी. न्यूजीलैंड की टीम किस तरह की तैयारी कर रही है, यह जानने के लिए कनाडा ने न्यूजीलैंड के अभ्यास सत्र के दौरान द्रोन का इस्तेमाल किया.
कनाडा पर अपनी विपक्षी टीम के खिलाफ जासूसी का आरोप लगा और विश्व में फुटबॉल को चलाने वाली संस्था फीफा ने कोच बेव ब्रिस्टमेन और उनके दो सहायकों को बेन कर दिया. कनाडा ने इस फैसले के खिलाफ अपील की है लेकिन यह पूरा प्रकरण बेहद रोचक है. असल में कनाडा का यह कदम सवाल पैदा करता है कि क्या ऐसा करना जायज है. वैसे तकनीकी तौर पर कहीं बेहतर दुनिया में चीजें बेहद आसानी से पता लगाई जा सकती हैं. साथ ही न्यूजीलैंड की टीम के पिछले मैच की रिकॉर्डिंग आधिकारिक चैनलों पर उपलब्ध हैं. ऐसे में द्रोन का इस्तेमाल ज्यादा फर्क नहीं लाता.
दूसरा बड़ा विवाद तैराकी स्पर्धा के लिए इस्तेमाल की जा रही सिएन नदी को लेकर है. तैराकों का कहना है कि यह नदी काफी प्रदूषित है और इसमें तैराकी करना मुश्किल है. रोचक पहलू यह है कि खेल शुरु होने से पहले ही इस नदी का खराब पानी खबरों में था.
इसलिए सभी शंकाओं को दूर करने के लिए पेरिस की मेयर एनी हिदालगो ने खुद इस नदी में डुबकी लगाई. चूंकि पानी को लेकर सोशल मीडिया पर ड्रेंडिंग हो रही थी, मेयर ने खुद इस पानी में कूद कर हर सवाल पर विराम लगाने की कोशिश की जो कि स्पर्धा शुरु होने के बाद धावकों के बयानों के बाद नाकाम साबित दिखाई दे रही है.
इजराइल 7 अक्तूबर को अपने नागरिकों के नरसंहार के खिलाफ कार्रवाई में लगा है और उसने इस आपरेशन को अंजाम देने वाले उग्र संगठन हमास का नामोनिशान मिटा देने की ठान ली है. इसके लिए इजराइल की सैनिक कार्रवाई जारी है.
इसका असर पेरिस में खेलों पर भी दिखाई दे रहा है.कुछ देशों के धावक इजराइल के खिलाड़ियों के खिलाफ लड़ने से पीछे हट रहे हैं.
टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता इजराइल के जूडो खिलाड़ी तोहार बुटबुल को अलजीरिया के मिसोद रिदोने के खिलाफ खेलनना था लेकिन मिसोद इस मैच के लिए पहुंचे ही नहीं. आधिकारिक तौर पर कहा गया कि 73 किलोग्राम की इस स्पर्धा में उनका वजन 400 ग्राम ज्यादा निकला. लेकिन कहा जा रहा है कि वह इजराइल के खिलाफ नहीं खेलना चाहते थे.