जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरू हुए विरोध प्रदर्शन ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से उनकी कुर्सी छीन ली। इसके बाद से ही बांग्लादेश में हालात खराब होते जा रहे हैं। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों (हिंदू, ईसाई समेत अन्य) के खिलाफ हिंसा भड़क गई है। इस मामले पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वहां 90 फीसदी जो हिंदू बचा है, वह वंचित समुदाय से है।
सीएम योगी ने अपने भाषण में विपक्ष को घेरते हुए कहा कि जिन लोगों के मन में कोई भाव नहीं कि दुनिया के किसी कोने में (बांग्लादेश में) कोई हिंदू प्रताड़ित हो रहा हो तो उसके लिए आवाज उठा सके। सीएम ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि विपक्ष को लगता है कि अगर वे हिंदुओं के लिए आवाज उठाएंगे तो यहां उनका वोट बैंक गिर जाएगा।
उनकी रक्षा करना हम सभी का दायित्व: सीएम योगी
उन्होंने आगे कहा कि याद रखना जो बांग्लादेश में हो रहा है… वहां 90 फीसदी जो हिंदू बचा है, वह दलित समुदाय से है। इस मामले में जिनके मुंह सिले हुए हैं, इसलिए सिले हुए हैं, क्योंकि उन्हें मालूम है कि बांग्लादेश का हिंदू उनके लिए वोटर नहीं होगा। उनकी (बाग्लादेशी हिंदुओं) रक्षा करना हम सभी का दायित्व है।
बाग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ क्या हुआ?
बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध, ईसाई एकता परिषद के अनुसार, देश के 64 जिलों में से 52 में हिंदुओं और उनकी संपत्तियों को निशाना बनाया गया है। कहा कि बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों की आबादी इस स्थिति से बुरी तरह से आशंकित, बेचैन और भविष्य की अनिश्चितता को लेकर डरी हुई है। परिषद ने सरकार प्रमुख मुहम्मद यूनुस से सुरक्षा और संरक्षण की मांग की है।