जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कोलकाता के RG KAR मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए अत्याचार के मामले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसएशन ईस्ट दिल्ली शाखा काफी आक्रामक है। घटनाक को लेकर आज भी एम्स समेत कई चिकित्सा संस्थान ने हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है। वहीं सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। मामले की सीबाआई जांच शुरू हो चुकी है। आईएमए ईस्ट दिल्ली ब्रांच आज कैंडल मार्च निकाल कर अपना विरोध दर्ज करेंगे।
आईएमए ईस्ट दिल्ली शाखा की अध्यक्ष डॉ.राधा मोहन का कहना है जबतक सरकार डॉक्टरों खासकर महिला चिकित्सकों को सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं करती तबतक आईएमए का विरोध जारी रहेगा। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध के मामले को लेकर देशभर में आक्रोश है। मंगलवार को डॉक्टरों ने देशव्यापी हड़ताल की। दिल्ली एम्स समेत कई अस्पातालों के ओपीडी में काम बाधित रही। उनका कहना है कि डॉक्टर लोगों को जिंदगी देते हैं। जान बचाने वाले के साथ इस तरह की घटना हो जाना बेहद ही गंभीर मामला है।
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) सहित अन्य रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉक्टर्स ने कहा कि जब तक चिकित्सा कर्मियों पर हमलों को रोकने के लिए केंद्रीय कानून लागू नहीं हो जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस मामले की सीबाआई जांच शुरू हो चुकी है।
डॉ. राधा मोहन का कहना है,”कोलकाता में जो हुआ, वह अपनी तरह की अकेली घटना नहीं है। देश में ऐसे कई मामले रोजाना हो रहे हैं। डॉक्टर होना सबसे महान व्यवसायों में से एक है, हम मंदिर जैसे माहौल में काम करते हैं, और अगर डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं, तो मरीज कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे?”
उन्होंने आगे कहा कि जब तक हमें डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और अस्पतालों की सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक और सख्त कानून का ठोस आश्वासन नहीं मिलता, तब तक हम अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।”
डॉ. ममता ठाकुर, डॉ. प्रीति गौड़ और डॉ. कुमार गांधी समेत कई डॉक्टरों ने जीटीबी हॉस्पिटल में यंग रेसीडेंट डॉक्टर्सों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की।
सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने महिला डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर जारी की अपनी एडवाइजरी को रद्द कर दिया है। दरअसल, कोलकाता के अस्पताल में हुए जघन्य अपराध को लेकर (SMCH) के अधिकारियों ने महिला डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर एक निर्देश जारी किया था, जिसकी काफी आलोचना हुई।
बुधवार (14 अगस्त) को सुबह मुख्य अभियुक्त का मेडिकल कराया गया. इसके बाद उससे पूछताछ शुरू हुई. दूसरी तरफ सीबीआई की टीम जांच के लिए आरजी कर अस्पताल पहुंची, जहां एक महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई. टीम ने उस हॉल का भी मुआयना किया, जिसमें महिला पीजीटी का शव बरामद हुआ था. कई लोगों से पूछताछ की भी खबर है.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में नया विवाद शुरू हो गया है। दरअसल जिस जगह महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और उसकी हत्या हुई उसके नजदीक ही मरम्मत कार्य चल रहा है। विपक्षी पार्टियों भाजपा और वामपंथी पार्टियों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर मरम्मत कार्य के बहाने सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगाया है।
छात्रों ने मरम्मत कार्य के खिलाफ किया प्रदर्शन
सीपीआईएम से संबंद्ध डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने, जिस सेमिनार हॉल में डॉक्टर का शव मिला था, उसके नजदीक ही पुनर्निर्माण कार्य शुरू होने पर छात्रों ने सवाल उठाए। छात्रों का कहना है कि प्राधिकरण असली गुनाहगारों को बचाने के लिए सबूतों से छेड़छाड़ कर रहा है और उन्हें तबाह करने की कोशिश कर रहा है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने आपातकालीन बिल्डिंग के गेट पर इकट्ठा होकर मेडिकल कॉलेज में पुनर्निर्माण कार्यों के शुरू होने पर नाराजगी जाहिर की।