जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। भाजपा ने किसान आंदोलन को लेकर हिमाचल प्रदेश की मंडी से पार्टी की लोकसभा सांसद कंगना रनौत के बयान से किनारा करते हुए उन्हें कड़ी फटकार भी लगाई है।
किसान आंदोलन पर रनौत की टिप्पणियों से असहमति जताते हुए भाजपा ने कहा कि अभिनेता से नेता बनीं कंगना रनौत नीतिगत मुद्दों पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं। भाजपा ने आगे कहा कि पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के साथ सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए दृढ़ संकल्प है।
भाजपा ने बॉलीवुड अभिनेत्री के बयान को लेकर सोमवार को स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी कंगना रनौत के बयान से “असहमति व्यक्त करती है”। पार्टी ने नीतिगत विषयों पर उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी है और न ही वह इसके लिए अधिकृत हैं।
भाजपा ने इसके साथ ही कंगना रनौत को कड़ी चेतावनी देते हुए भविष्य में इस तरह का कोई भी बयान न देने की नसीहत भी दी।
किसान आंदोलन को लेकर क्या कहा था?
दरअसल, रविवार को मंडी के मौजूदा सांसद ने कहा था कि अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी। मंडी के सांसद द्वारा एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो में, उन्होंने आरोप लगाया कि अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान ‘लाशें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे।’
भाजपा ने एक बयान में कहा, ‘किसान आंदोलन के संदर्भ में भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान पार्टी की राय नहीं है। भारतीय जनता पार्टी कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयान से अपनी असहमति व्यक्त करती है।’
भाजपा ने जारी किया बयान
बयान में कहा गया है कि भाजपा की ओर से कंगना रनौत को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बयान देने की न तो अनुमति है और न ही उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से कंगना रनौत को भविष्य में इस तरह का कोई बयान न देने का निर्देश दिया गया है। भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ और सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।’