जनजीवन ब्यूरो / रोहतक : विधानसभा चुनाव के प्रचार के बीच हरियाणा की नायाब सैनी सरकार से जुड़ी अहम खबर सामने आई है। हरियाणा कैबिनेट की अहम बैठक में विधानसभा भंग करने का फैसला लिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक खबरें हैं कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। साथ ही कैबिनेट बैठक के बाद सीएम सैनी राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को इस्तीफा सौंपते हुए विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं।
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को वोटिंग है। सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। चुनाव के परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। सीएम नायब सिंह सैनी लाडवा सीट से उम्मीदवार हैं।
दरअसल, हरियाणा विधानसभा का आखिरी सत्र 13 मार्च को बुलाया गया था, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। संविधान के अनुच्छेद 174 (1) के तहत दो विधानसभा सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा का अंतराल नहीं होना चाहिए। इसलिए सरकार को 12 सितंबर तक सदन की बैठक बुलानी जरूरी थी। ऐसे में संवैधानिक संकट टालने के लिए मुख्यमंत्री को राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश करनी होगी। संवैधानिक रूप से छह महीने में एक बार विधानसभा सत्र बुलाना अनिवार्य है, जिससे यह संकट पैदा हुआ है। कैबिनेट भंग करने का कारण मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संवैधानिक संकट टालने के लिए राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश करने का निर्णय लिया है। हरियाणा विधानसभा का आखिरी सत्र 13 मार्च को बुलाया गया था और संवैधानिक रूप से छह महीने में एक बार सदन की बैठक बुलाना जरूरी होता है।