जनजीवन ब्यूरो / कोलकाता । टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सेबी अध्यक्ष #माधबी पुरी बुच और उनके पति के खिलाफ लोकपाल में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन पर भ्रष्टाचार और हेर-फेर में शामिल होने का आरोप लगा है। पुरी-बुच के खिलाफ मेरी लोकपाल शिकायत इलेक्ट्रॉनिक और भौतिक रूप में दर्ज की गई है।
लोकपाल को 30 दिनों के भीतर इसे प्रारंभिक जांच और फिर पूर्ण एफआईआर जांच के लिए सीबीआई/ईडी को भेजना होगा। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, इसमें शामिल प्रत्येक इकाई को तलब करने की जरूरत है और प्रत्येक लिंक की जांच की गई।
राष्ट्रीय हितों और करोड़ों निवेशकों के हित से जुड़ा मुद्दा
तीन पन्नों के पत्र में मोइत्रा ने कहा कि क्योंकि यह मुद्दा राष्ट्रीय हितों और करोड़ों निवेशकों के हित से जुड़ा है, इसलिए मामले की जांच की जानी चाहिए।
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अगस्त में आरोप लगाया था कि उसे संदेह है कि अडानी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में सेबी की अनिच्छा इसलिए हो सकती है क्योंकि इसके प्रमुख माधवी पुरी बुच के पास समूह से जुड़े ऑफशोर फंडों में हिस्सेदारी थी – सेबी प्रमुख ने इस आरोप को “निराधार” बताया। जबकि अडानी समूह ने कहा कि उसका बुच के साथ कभी कोई व्यावसायिक संबंध नहीं रहा।
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि बुच और उनके पति ने बरमूडा और मॉरीशस में अस्पष्ट ऑफशोर फंडों में अघोषित निवेश किया था, उन्हीं संस्थाओं का इस्तेमाल कथित तौर पर समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी ने फंडों को राउंड-ट्रिप करने और स्टॉक की कीमतें बढ़ाने के लिए किया था। वहीं टीएमसी ने इससे पहले मांग की थी कि सेबी अध्यक्ष को निलंबित किया जाना चाहिए।