जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का आज 10वां दिन है। संसद में सरकार और विपक्ष के बीच सत्र की शुरुआत से ही गतिरोधन बना हुआ है। उद्योगपति अडाणी और यूपी के संभल के मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। वहीं, राज्यसभा में नोटों की गड्डी के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने आवाज उठायी। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर आज भी सदन में हंगामे के आसार हैं।
विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते लोकसभा दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही जारी रही। लेकिन बाद में हंगामा नहीं थमने पर सभापति ने कार्यवाही 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। अडाणी और जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर दोनों सदनों में गतिरोध जारी है।
लोकसभा और राज्यसभा में जॉर्ज सोरोस अडाणी के मुद्दे को उठाया गया। इस दौरान विपक्ष दलों के सांसदों के हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दोनों सदनों की कार्रवाही फिर से शुरू हुई। हालांकि, हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं राज्य सभा की कार्यवाही जारी है। इस दौरान विपक्षी दलों के सांसदों का हंगामा जारी। राज्यसभा में भाजपा सांसद अरुण सिंह ने कहा, ‘हम जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस के बीच संबंधों पर मीडिया रिपोर्ट देख रहे हैं। यह बहुत गंभीर मामला है और इस पर चर्चा होनी चाहिए। सीपीआई-एम सांसद डॉ। जॉन ब्रिटास ने कहा, ‘सदन में जॉर्ज सोरोस और अडाणी पर चर्चा होनी चाहिए।’
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सभा में विपक्षी दलों के नेताओं हंगामे पर अध्यक्ष उपराष्ट्रपति धनखड़ ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि किसी को भी सदन को ठप नहीं करना चाहिए। आगे कहा, ‘हमने अपना वर्तमान सत्र भारतीय संविधान को अपनाने की एक सदी की चौथी तिमाही में प्रवेश करके शुरू किया है। पूरे सप्ताह सदन में कामकाज नहीं हो सका। किसी को भी सदन को ठप नहीं करना चाहिए।’
कांग्रेस सांसद किरण कुमार चामला ने कहा, ‘हम सदन की कार्यवाही में बाधा डालने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। हम अडाणी मुद्दे, संभल और मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। सरकार अडाणी मुद्दे पर कभी चर्चा नहीं करती। वे इस तरह का दुष्प्रचार कर रहे हैं जैसे कि हम सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं। भाजपा नहीं चाहती कि सदन चले।’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत विपक्षी सांसदों ने अडाणी मामले को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में टीएमसी और एसपी के सांसद शामिल नहीं हैं।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों से सदन की गरिमा बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल का समय सबसे महत्वपूर्ण होता है। उनके अनुरोध के बाद भी हंगामा शांत नहीं हुआ। इसके बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।