जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में सोमवार को एक भावुक पल देखने को मिला जब मुख्यमंत्री आतिशी भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़ीं। भाजपा द्वारा कालकाजी सीट से प्रत्याशी बनाए गए रमेश बिधूड़ी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक कार्यक्रम में आतिशी और उनके परिवार को लेकर विवादित टिप्पणी की थी।
बिधूड़ी ने अपने बयान में कहा था कि आतिशी ने अपना बाप बदल लिया है। वे मार्लेना से सिंह बन गई हैं। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आतिशी ने कहा कि मेरे पिता एक बुजुर्ग व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी समाज के युवाओं को शिक्षित करने में लगा दी, लेकिन रमेश बिधूड़ी जैसे लोग चुनाव जीतने के लिए इस स्तर तक गिर जाएंगे, यह मैंने कभी नहीं सोचा था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आतिशी अपने आंसू रोक नहीं पाईं। उन्होंने कहा कि हमारे पिता जी ने हमेशा ईमानदारी और मेहनत से काम किया है। आज उन्हें गालियां दी जा रही हैं। यह मेरे और मेरे परिवार के लिए बेहद अपमानजनक है। क्या राजनीति इतनी गिर सकती है कि बुजुर्गों को गाली देकर वोट मांगा जाए? उन्होंने रमेश बिधूड़ी को चुनौती देते हुए कहा कि चुनाव में मुद्दों पर बात करें। कालकाजी के लोगों को बताएं कि आपने पिछले 10 सालों में उनके लिए क्या किया। अगर मैंने 100 सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं, तो आप बताएं कि आपने 1000 कैमरे लगवाए, लेकिन मेरे पिता पर इस तरह के घटिया बयान देकर आप क्या साबित करना चाहते हैं?
आम आदमी पार्टी का भाजपा पर हमला
वहीं, आम आदमी पार्टी ने रमेश बिधूड़ी के बयान को भाजपा की “स्तरहीन राजनीति” का उदाहरण बताया। पार्टी के नेताओं ने कहा कि यह बयान दिखाता है कि भाजपा के पास दिल्ली के विकास पर बोलने के लिए कुछ नहीं है। इसलिए वे व्यक्तिगत हमलों पर उतर आए हैं।
आतिशी और प्रियंका पर बयान देने से किया इंकार: वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी और प्रियंका गांधी पर दिए विवादित बयान पर उन्होंने कहा कि जो बीत गया वो बात गई, उस पर अब मुझे कुछ नहीं कहना है नो कमेंट। एक रिपोर्ट का हवाला देखकर इस दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर कहा कि तय सीमा से उन्होंने 33 करोड रुपये अधिक पैसा अपने शीश महल में खर्च किया।
शीश महल पर 33 करोड़ अधिक खर्च का जिक्र: रमेश बिधूड़ी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब चुनाव आएगा तो इस तरीके की बात विपक्षी दल करते हैं और कर भी रहे हैं। कैग रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि जो आदमी कहता था घर नहीं लूंगा, बांग्ला नहीं लूंगा, उसने 33 करोड़ अधिक पैसा अपने शीश महल में खर्च किया है और यह बात कैग रिपोर्ट में सामने आई है। इस बार चुनाव में जनता इनका हिसाब करेगी।