पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू,राजद व सपा सहित छह दलों के विलय को लेकर अब कोई संशय नहीं है. विलय की गाड़ी पटरी पर है व चल पड़ी है. वे स्कील कॉन्क्लेव, 2015 कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि 26 मार्च को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से छह राजनीतिक दलों के विलय के संबंध में चर्चा हुई. उसके दूसरे दिन राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, जदयू अध्यक्ष शरद यादव व सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के साथ एक साथ मिल कर विलय की प्रक्रिया पर बात हुई.
आगे की प्रक्रिया के लिए छह पार्टी की ओर से सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को अधिकृत किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा व इंडियन लोकदल के ओम प्रकाश चौटाला से सपा अध्यक्ष बातचीत करेंगे. विलय को लेकर अगली बैठक की तारीख बाद में तय होगी. अब ज्यादा समय नहीं लगेगा. विलय के संबंध में कोई संशय नहीं रह गया है.
विकास को लेकर पीएम से हुई बातचीत : मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी से बात हुई है. उनके सामने पूरी बात रख दी गयी है. चौदहवें वित्त आयोग से राज्य को होनेवाले आर्थिक नुकसान से उन्हें अवगत कराया गया है. विशेष राज्य का दर्जा मिलने से कई मायने में फायदा होगा. पूंजी निवेश में टैक्स से छूट मिलेगी. निवेशक पूंजी लगायेंगे. बिहार में कल कारखाना खुलेगा. इससे रोजगार का अवसर मिलेगा. चौदहवें वित्त आयोग से राज्य को होनेवाले आर्थिक नुकसान के मुद्दे पर सभी दलों की बैठक बुलायी गयी थी. इसमें भाजपा ने भाग नहीं लिया. बैठक में तय मेमोरेंडम के आधार पर केंद्र को पत्र लिखा गया. इससे पहले पिछले महीने बजट से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री ये मिल कर बिहार की जरूरतों के बारे में बताया गया था.